Sunil Verma
रांची: अखिल झारखंड छात्र संघ आजसू का प्रतिनिधिमंडल रांची विश्वविद्यालय में गिरते हुए शिक्षा स्तर एवं छात्र-छात्राओं से मनमानी तरीके से पैसे की उगाही को लेकर छात्र आजसू के प्रतिनिधिमंडल ने राज्य भवन के सचिवालय में राज्यपाल सह कुलाधिपति के नाम पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र सौंपते हुए रांची विश्वविद्यालय के छात्र आजसू अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने कहा की रांची विश्वविद्यालय शिक्षा के स्तर को सुधारने के बजाय विश्वविद्यालय प्रशासन मनमानी तरीके से छात्र-छात्राओं से पैसे वसूलने में लगी है जिसका जीता जागता उदाहरण पिछले नामांकन सत्र में छात्र-छात्राओं यूजी और पीजी की नामांकन संख्या में भारी कमी आना है। उन्होंने आगे कहा के जब से रांची विश्वविद्यालय का कार्य प्राइवेट एजेंसी एनसीसीएफ ने संभाला है तब से परीक्षा शुल्क को 600 से बढ़कर 800 कर दिया गया आखिर यह 200 की वृद्धि का फायदा किसे पहुंच रहा है। मेंटेनेंस स्कूल के नाम पर विश्वविद्यालय द्वारा हर एक सत्र में हर एक छात्रा से पैसे लिए जाते हैं लेकिन महाविद्यालय की स्थिति जस की तरह है मेंटेनेंस के नाम पर महाविद्यालय में सिर्फ खाना पूर्ति किया जा रहा है वही स्पोर्ट्स के नाम पर विश्वविद्यालय द्वारा 100 की वृद्धि की गई। छात्र संघ चुनाव का शुल्क 10 से बढ़कर 100 कर दिया क्या परंतु पिछले 5 वर्षों में एक बार भी छात्र संघ चुनाव नहीं हुआ। बड़े हुए 90 रुपए को अभिलंब वापस लिया जाए। इन सभी मामलों को लेकर रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा को कई बार अवगत कराया गया परंतु आश्वासन पर आश्वासन मिलने के अलावा और कुछ नहीं मिला। अभिषेक शुक्ल ने आगे कहा की छात्र आजसू राज्यपाल सह कुलाधिपति से आग्रह करती है के इन सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए इन पर उचित कार्रवाई करने की कृपा करें। वही मौके पर मौजूद रांची विश्वविद्यालय के वरीय उपाध्यक्ष दीपक दुबे ने राज्यपाल से आग्रह किया कि छात्र-छात्राओं के हित में उचित निर्णय लेने की कृपा करे एवं छात्र संघ चुनाव की घोषणा अभिलंब की जाए।