लातेहार: उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल अंतर्गत संचालित कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।बैठक में कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के द्वारा लातेहार जिले में ओडीएफ एवं ओडीएफ प्लस के तहत अब तक हुए कार्यों की जानकारी दी गई।इस दौरान में उपायुक्त ने ओडीएफ प्लस के अंतर्गत लातेहार जिले में एस्पायरिंग, राइजिंग व मॉडल के अंतर्गत गांव की हुई रेटिंग की जानकारी लेते हुये कार्यपालक अभियंता को निर्देशित करते हुये कहा कि ओडीएफ प्लस के अंतर्गत आगे लातेहार जिले में किये जाने वाले कार्यो को लेकर बेहतर कार्य योजना तैयार करते हुये लक्ष्य के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें।इसके अलावे बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण ॥ अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिला को निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध प्रगति का अनुश्रवण, ग्राम स्तर पर स्वच्छता/ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के क्रियान्वयन हेतु ग्राम कार्य योजना तैयार करने , 5 र३ं१ श्रेणी में गांव को डऊऋ ढ’४२ घोषित करने हेतु लक्ष्य का निर्धारण एवं प्रगति का अनुश्रवण , स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण ॥ अंतर्गत ग्राम स्तर पर निर्मित विभिन्न संरचनाओं यथा व्यक्तिगत घरेलू शौचालय , सामुदायिक स्वच्छता परिसर , गोबर गैस प्लांट, भस्मक यंत्र ,प्लास्टिक कचरा प्रबंधन इकाई, पृथक्करण शेड, कचरा उठाव/संग्रह वाहन , सोख्ता गड्ढा , नाडेप/वर्मी कम्पोस्ट पीट का समय-समय पर आकलन , स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण ॥ के क्रियान्वयन में अभिसरण आधारित कार्य करने हेतु 15वें वित्त आयोग , पंचायती राज एवं मनरेगा ग्रामीण विकास विभाग के माध्यम से ग्राम स्तर पर ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन संबंधित संरचनाओं का निर्माण करना तथा गांव को डऊऋ ढ’४२ घोषित करना आदि की विस्तृत समीक्षा करते हुये आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया।समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने ग्राम स्तर पर स्वच्छता/ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के क्रियान्वयन हेतु ग्राम कार्य योजना तैयार करने और 5 र३ं१ श्रेणी में गांव को डऊऋ ढ’४२ घोषित करने हेतु शत- प्रतिशत लक्ष्य का निर्धारण करने का निर्देश दिया गया।बैठक में जल जीवन मिशन के तहत हो रहे कार्य की जानकारी लेते हुए उपायुक्त ने कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले अंतर्गत प्रत्येक घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना सुनिश्चित करें। बैठक में उपायुक्त द्वारा पेयजल आपूर्ति से संबंधित कार्य , पेयजल स्रोतों की स्थिति , चापाकलों की स्थिति , चापाकलों की मरम्मति एवं शौचालय निर्माण इत्यादि से संबंधित विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया।
