Eksandeshlive Desk
चतरा: मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद अब्दुल हमीद का सम्मान समारोह रविवार को नगर भवन में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में सबसे पहले मुख्य अतिथि ममता देवी सहित मंच पर उपस्थित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया। इसके बाद भारत के सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद अब्दुल हमीद की तस्वीर पर माला और फूल चढ़ाये गये। मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष ममता देवी, उद्घाटनकर्ता इदरीसिया दर्जी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अली इमाम भारती, विशिष्ट अतिथि फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर मुर्तजा और मुख्य वक्ताओं में चतरा राजद विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोगता शामिल थे। कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का आयोजकों द्वारा पुष्पगुच्छ, माला एवं शॉल ओढ़ाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। भारत-चीन युद्ध के दौरान, अब्दुल हमीद की बटालियन 7वीं इन्फैंट्री ब्रिगेड का हिस्सा थी, जिसने ब्रिगेडियर जॉन दलवी की कमान के तहत नामका-चू की लड़ाई में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से लड़ाई लड़ी थी। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान खेमकरण सेक्टर के उत्तर में लड़ते हुए वे शहीद हो गये। जिसके लिए उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। 27 दिसंबर 1954 को भारतीय सेना की ग्रेनेडियर रेजिमेंट में शामिल हुए। बाद में उन्हें रेजिमेंट की चौथी ग्रेनेडियर बटालियन में तैनात किया गया। उन्होंने अपनी सैन्य सेवा के दौरान कई महत्वपूर्ण योगदान दिये। जिसके लिए उन्हें सैन्य सेवा पदक, ग्रीष्मकालीन सेवा पदक और रक्षा पदक से सम्मानित किया गया। उन्होंने आगरा, अमृतसर, जम्मू और कश्मीर, दिल्ली, नेफा और रामगढ़ में अपनी बटालियन के साथ भारतीय सेना में सेवा की। मुख्य वक्ताओं ने वीर शहीद अब्दुल हमीद के साहसिक कार्यों पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने वीर शहीद अब्दुल हमीद की जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही। इस मौके पर चतरा से राजद विधायक सह झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोगता ने घोषणा की कि वीर शहीद अब्दुल हमीद की स्मृति में बनने वाले भवन को वे अपने विधायक निधि से दो मंजिला भवन बनाएंगे।